A word of appreciation by Shri Jaipuri (Investors) on the success of IPO
“तारिणी विजयी भवः “
जिन्दगीमे ऐसे ऐसे, लोगभी आकर मिलेंगे ;
बँन्दे खुदा के आमिले हों, जैसें आपके ही साथ |
सोच छोडो आगे दौड़ो, साथ लेके सब के हाथ ;
दुआ हमारी चल रही है, ‘आप ‘ के ही साथ साथ |
—– सस्नेह
अश्क जयपुरी